दिल्ली मेट्रो: हर साल करोड़ों यात्री सफर करते हैं, भूल जाते हैं लाखों का सामान

दिल्ली मेट्रो, जिसे शहर की लाइफलाइन कहा जाता है, हर साल करोड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। लेकिन यात्रा के दौरान अक्सर यात्री गलती से या भूलवश अपना सामान मेट्रो में छोड़ जाते हैं। मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने खोए हुए सामान से जुड़े चौंकाने वाले आंकड़े जारी किए हैं।
2024 के आंकड़े:
साल 2024 में यात्रियों ने मेट्रो में 40 लाख रुपये से अधिक की नकदी भूल से छोड़ दी। इसके अलावा, 89 लैपटॉप, 193 मोबाइल फोन, नौ मंगलसूत्र और सैकड़ों अन्य कीमती सामान भी CISF के जवानों द्वारा बरामद किए गए। सत्यापन प्रक्रिया के बाद, यह सामान उनके असली मालिकों को लौटा दिया गया।
सुरक्षा और यात्रियों की संख्या:
दिल्ली मेट्रो में रोजाना औसतन 70 लाख यात्री सफर करते हैं। इनमें ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, स्कूल-कॉलेज के छात्र और दिल्ली घूमने आए पर्यटक शामिल होते हैं। मेट्रो की सुरक्षा के लिए CISF के करीब 13,000 जवान तैनात हैं, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फैले मेट्रो नेटवर्क की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
सामान छूटने के कारण और बरामदगी:
यात्रा के दौरान सबसे अधिक सामान बैगेज स्कैनिंग मशीन के पास छूटता है। CISF को बरामद सामानों में नकदी, घड़ियां, लैपटॉप, गहने और विदेशी मुद्रा मिली। सुरक्षा जांच के दौरान जिंदा कारतूस और आग लगने में सहायक ज्वलनशील चीजें भी बरामद हुईं, जिनके साथ मेट्रो में यात्रा की अनुमति नहीं है।
दिल्ली मेट्रो प्रशासन यात्रियों से अपील करता है कि वे अपने सामान का ध्यान रखें और किसी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की तुरंत सूचना दें।