इसी को कहते हैं… श्रद्धा और विश्वास की मिसाल 🔱

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
दिल्ली: शाहदरा की रहने वाली 12वीं कक्षा की छात्रा जिया ने अपनी आस्था और पिता के लिए प्रेम की जो मिसाल पेश की है, वह हर किसी को भावुक कर रही है। मात्र 16 साल की उम्र में जिया 250 किलोमीटर की कठिन यात्रा पर निकली हैं — वो भी नंगे पैर, कांवड़ उठाकर।
जिया के दोनों कंधों पर 14 लीटर गंगाजल लटका हुआ है, जिसे वह हरिद्वार से लाकर बाबा भोलेनाथ को अर्पित करेंगी। वह रोज़ाना लगभग 20 किलोमीटर पैदल चल रही हैं और अनुमान है कि इस पूरी यात्रा में 12 से 13 दिन लगेंगे।
इस कठिन यात्रा के पीछे उनकी एक ही कामना है —
“भोलेनाथ मेरे बीमार पिता को जल्द स्वस्थ कर दें।”
उनकी यह श्रद्धा, संकल्प और समर्पण सचमुच में एक आस्था की प्रेरणादायक मिसाल है। लोग रास्ते में उनकी हिम्मत को सलाम कर रहे हैं और उनके पिता के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
🔱 भोलेनाथ उनकी मनोकामना पूरी करें… हर हर महादेव! 🔱