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प्रयागराज महाकुंभ में अखिलेश यादव ने 11 बार लगाई आस्था की डुबकी, क्या है इसके मायने

प्रयागराज: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई। अखिलेश यादव एयरपोर्ट से सीधे महाकुंभ मेला क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर स्नान किया। उनके साथ सपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। स्नान के दौरान उन्होंने सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी धार्मिक आस्था का प्रदर्शन किया।

अखिलेश ने लगाए 11 डुबकियां

संगम में स्नान के बाद मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा, “मैंने आज संगम में 11 डुबकियां लगाई हैं। यह एक आध्यात्मिक अनुभव था। महाकुंभ का संदेश सद्भावना, सहनशीलता और सौहार्द का होना चाहिए। जब भी कुंभ की बात हो, तो हमें इन मूल्यों को याद रखना चाहिए। इससे पहले मैंने हरिद्वार में भी स्नान किया था, और आज संगम में स्नान करने का सौभाग्य मिला।”

योगी सरकार पर साधा निशाना

अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर महाकुंभ के आयोजन को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों को इवेंट बनाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। मैंने देखा कि कई बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष पैदल चलकर यहां पहुंचे हैं। सरकार को इनके लिए ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे इन्हें लंबी दूरी तय न करनी पड़े। अगर सरकार हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है, तो जनता की सुविधा पर ध्यान देना चाहिए।”

मिल्कीपुर उपचुनाव में असर?

अखिलेश यादव का महाकुंभ स्नान राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आगामी 3 फरवरी को मिल्कीपुर उपचुनाव में उनकी जनसभा प्रस्तावित है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि संगम में स्नान करने से अखिलेश यादव को हिंदू मतदाताओं का भी समर्थन मिल सकता है। इस सीट पर पहले से मुस्लिम और यादव वोट बैंक सपा के पक्ष में है। महाकुंभ स्नान उनके लिए एक सकारात्मक संदेश भेजने का माध्यम बन सकता है।

संदेश सौहार्द और सद्भावना का

अखिलेश यादव ने महाकुंभ को धार्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प है कि हर व्यक्ति को सम्मान और समानता मिले। महाकुंभ जैसे आयोजनों का उद्देश्य समाज में सद्भाव और सहनशीलता को बढ़ावा देना होना चाहिए।”

अखिलेश यादव का यह दौरा जहां धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, वहीं राजनीतिक रणनीति के लिहाज से भी इसे बड़ा कदम माना जा रहा है।

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