प्रयागराज: महाकुंभ हादसे पर प्रशासन ने दी जानकारी, पत्रकारों के सवालों से बचते दिखे अधिकारी

प्रयागराज। बुधवार देर शाम महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के पर्व पर संगम नोज में हुए हादसे को लेकर मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी वैभव कृष्ण ने विस्तृत जानकारी दी।
🔹 हादसे का कारण:
उन्होंने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त से पूर्व रात 1 बजे से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बन गया। भीड़ के दबाव के चलते बैरिकेड्स टूट गए, जिससे लोग नियंत्रण से बाहर होकर दूसरी ओर आ गए और स्नान के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया।
🔹 राहत एवं बचाव कार्य:
शासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर भीड़ को नियंत्रित किया। एंबुलेंस के माध्यम से लगभग 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में से 25 की पहचान हो चुकी है, जबकि अन्य की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
🔹 घायलों और मृतकों की स्थिति:
मृतकों में कर्नाटक के 4, असम के 1 और गुजरात के 1 श्रद्धालु शामिल हैं।
कुछ घायलों को उनके परिजन अस्पताल से लेकर जा चुके हैं, जबकि 36 का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है।
फिलहाल मेला क्षेत्र में स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
🔹 VIP प्रोटोकॉल पर पाबंदी:
29 जनवरी को शासन ने निर्देश दिए थे कि कोई भी VIP प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। मेला प्रशासन ने भी इस निर्देश का पालन करते हुए VIP सुविधाएं नहीं दीं। आगे भी मुख्य स्नान पर्वों पर VIP प्रोटोकॉल लागू नहीं रहेगा।
🔹 पत्रकारों के सवालों से बचते नजर आए अधिकारी:
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने तीखे सवाल पूछे, तो मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और DIG वैभव कृष्ण बीच में ही उठकर चले गए, जिससे मीडिया में असंतोष देखा गया। अधिकारियों का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस से चले जाना कई सवाल खड़े करता है।