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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण पर दिया जवाब, विपक्ष पर साधा निशाना

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए बीते बुधवार मतदान संपन्न होने के अगले दिन यानी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर जवाब दिया। राज्यसभा में पीएम मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस पर राष्ट्रपति मुर्मू के अपमान का आरोप लगाया, साथ ही ‘फैमिली फर्स्ट’ मॉडल पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया।
- राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए।’ उन्होंने सोनिया गांधी का नाम लिए बिना आगे कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण को जिसने जैसा समझा वैसा जवाब दिया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘राष्ट्रपति का भाषण प्रेरणादायक और प्रभावी था तथा उसने हम सभी को आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाया।’ उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ-सबका विकास’ की अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती होगी। ये उनकी सोच-समझ के बाहर है और उनके रोडमैप में भी ये फिट नहीं बैठता, क्योंकि जब इतना बड़ा दल एक परिवार को समर्पित हो गया है, तो उसके लिए ‘सबका साथ-सबका विकास’ संभव नहीं है।
- पीएम मोदी ने आगे कहा, कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का मिश्रण था। कांग्रेस के मॉडल में ‘फैमिली फर्स्ट’ ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उसी एक चीज को संभालने में ही लगी रही।
- प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि भारत के संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग हो। हमने संतृप्ति का दृष्टिकोण अपनाया है और सुनिश्चित किया है कि योजनाएं बिना किसी चोरी के लाभार्थियों तक पहुंचे। पिछले दशक में हमने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आदर्श के साथ काम किया है और इसके परिणाम भी सामने आए हैं।’
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल का परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारे विकास के मॉडल को एक शब्द में अगर कहना है तो मैं कहूंगा ‘नेशन फर्स्ट’। 2014 के बाद देश को एक नया मॉडल देखने को मिला है, जो तुष्टिकरण पर नहीं बल्कि संतुष्टिकरण पर भरोसा करता है।’
- राज्यसभा में पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने SC और ST एक्ट को मजबूत बनाकर दलित और आदिवासी समाज के सम्मान और सुरक्षा के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। इसके साथ ही, तीन दशकों से ओबीसी सांसदों द्वारा ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग को स्वीकार किया गया और इसे पूरा किया गया।
- प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘भारत के पास जो समय है, उसके हर पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन-सामान्य के लिए हो। इसके लिए हमने Saturation का अप्रोच अपनाया है। योजनाओं के लाभ को शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुँचाना सुनिश्चित किया।’
- उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, ‘कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर से नफरत करती थी, और यह पुष्टि करने के लिए कई दस्तावेज हैं। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया था कि बाबा साहेब को चुनावों में दो बार हार मिले और उन्हें भारत रत्न का सम्मान कभी नहीं मिला। आज कांग्रेस को ‘जय भीम’ कहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।’
- जातिवाद पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आज जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास हो रहा है, लेकिन तीन दशक तक, OBC MPs ने सरकार से ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग की, जिसे ठुकरा दिया गया। हमारी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण भी दिया, और वह भी बिना किसी तनाव के।’
- प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत की विकास यात्रा में नारीशक्ति के योगदान को कोई नकार नहीं सकता। अगर उन्हें अवसर मिले और वे नीति-निर्धारण का हिस्सा बनें, तो देश की प्रगति में और गति आ सकती है। यही कारण है कि हमने इस नए सदन के पहले निर्णय के रूप में ‘नारीशक्ति अधिनियम’ पारित कराया।’