उत्तर प्रदेश: नकली दवाओं पर योगी सरकार का बड़ा एक्शन, लखनऊ में तीन मेडिकल फर्म सील, करोड़ों की दवाएं जब्त

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नकली दवाओं के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। राजधानी लखनऊ के अमीनाबाद इलाके में तीन मेडिकल फर्मों पर छापेमारी कर फर्जी बिलिंग और नकली दवाओं की बिक्री का खुलासा हुआ है।
इन फर्मों में बिल तो काटे गए, लेकिन दवाओं का कोई स्टॉक मौजूद नहीं मिला, जिसके बाद तीनों फर्मों को सील कर दिया गया है।
ऑपरेशन क्लीन के तहत बड़ी कार्रवाई
यह छापेमारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन क्लीन’ अभियान के तहत की गई। इस अभियान में अब तक प्रदेशभर में 1039 छापेमारी की जा चुकी है।
इन शहरों में सबसे ज्यादा नकली दवाएं
लखनऊ, आगरा और गाजियाबाद में नकली दवाओं के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। अब तक 30 करोड़ 77 लाख रुपये की नकली दवाएं जब्त की जा चुकी हैं।
गिरफ्तारियां और लाइसेंस रद्द
- सरकार की सख्ती के चलते अब तक
- 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
- 1166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं
आयुर्वेद के नाम पर मिलावट पर भी कार्रवाई
अधिकारियों के अनुसार, आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर एलोपैथिक दवाएं बेचने वालों पर भी सख्त कार्रवाई हो रही है। मिलावट करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम योगी का सख्त संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ शब्दों में कहा है कि उत्तर प्रदेश में नकली दवाओं का कारोबार करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार जनस्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं करेगी।
यह अभियान आने वाले दिनों में और तेज किया जाएगा ताकि प्रदेश को नकली दवाओं से पूरी तरह मुक्त किया जा सके।