लखनऊ: शिक्षा माफियाओं के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम की उठी मांग

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में निजी स्कूलों की मनमानी, महंगी किताबों और ड्रेस की अनिवार्यता, और शिक्षा के नाम पर हो रहे अभिभावकों के शोषण के खिलाफ आवाज उठने लगी है। हिंदू समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष गौरव गोस्वामी ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन और जनजागरूकता अभियान की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री से की सख्त कार्रवाई की मांग
गौरव गोस्वामी ने शिक्षा मंत्री से अपील की है कि वे निजी स्कूलों द्वारा अपनाई जा रही शोषणकारी नीतियों पर सख्त कार्रवाई करें। उनका कहना है कि आज निजी स्कूल एनसीईआरटी की जगह महंगी निजी किताबें थोपते हैं और अपने चहेते दुकानदारों से महंगे दामों पर ड्रेस बिकवाकर अभिभावकों की जेब पर भारी बोझ डाल रहे हैं।
“पढ़ाई नहीं, कमाई है मकसद”
आयोजक का आरोप है कि इन शिक्षा माफियाओं का मकसद सिर्फ मुनाफा कमाना है, पढ़ाई केवल एक बहाना बन चुकी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों ने खुद की किताबों और ड्रेस की दुकानों के माध्यम से खुलेआम लूट का बाज़ार बना लिया है।
विरोध कार्यक्रम का आयोजन
इस मुद्दे को लेकर एक विरोध कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है:
📍 स्थान: हनुमान गढ़ी, संतोषी माता मंदिर परिसर, गणेशगंज, अमीनाबाद, लखनऊ
📅 तिथि: जल्द घोषित की जाएगी
👥 सभी अभिभावकों और नागरिकों से इसमें शामिल होने की अपील की गई है, ताकि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए सरकार पर दबाव डाला जा सके।
गौरव गोस्वामी का आह्वान
उन्होंने जनता से अपील की है –
“शिक्षा माफिया अब और नहीं! आप सब इस अभियान में मेरा साथ दें, ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित और सस्ती शिक्षा दिला सकें।”
यह आंदोलन लखनऊ ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में शिक्षा सुधार की नई चेतना को जन्म दे सकता है।