लखनऊ: विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान
महाकुंभ में 33 करोड़ महिलाएं पहुंचीं, लेकिन अपराध की एक भी घटना नहीं

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ 2025 के आयोजन पर बोलते हुए कहा कि महाकुंभ में 33 करोड़ महिलाएं आईं, लेकिन एक भी अपराध की घटना नहीं हुई। उन्होंने इसे भारत की आस्था और व्यवस्था की जीत बताया।
मुख्यमंत्री के प्रमुख बयान:
“आप भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं। आपने कहा कि हमारी सोच सांप्रदायिक है, लेकिन हमें बताएं कि हम कैसे सांप्रदायिक हो सकते हैं?”
“हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं। 45 दिनों का आयोजन भारत की विरासत और विकास की अनुपम छाप पूरी दुनिया में छोड़ गया है।”
“महाकुंभ हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें सफल रहीं।”
“इस आयोजन की सफलता की गूंज दुनिया में लंबे समय तक सुनाई देगी।”
“यह सिर्फ आध्यात्मिक नहीं, बल्कि आर्थिक उपलब्धि भी है। इससे हमारी अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का लाभ होने की उम्मीद है।”
संभल पर मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री ने संभल में धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की पहचान मिटाने की साजिश का जिक्र करते हुए कहा:
“एक शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई थी।”
“हमने अब तक 54 तीर्थ और 19 कूपों को फिर से खोज निकाला है।”
“जो हमारा है, वह हमें मिल जाना चाहिए, इससे इतर कुछ नहीं।”
मुख्यमंत्री के इन बयानों के बाद सदन में सियासी हलचल भी देखी गई, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।