गाजीपुर में खाकी वर्दी ने एक बार फिर से किया शर्मशार

- वरिष्ठ संवाददाता: राजीव आनन्द
गाजीपुर। गाजीपुर में एक दरोगा ने ब्रह्मभोज आयोजित करने पर एक ब्राह्मण परिवार पर क्रूरता की हदें पार कर दी। जातिवादी दरोगा ने राम राम बोलने पर मुहं में जूता डाला और कहा की राम राम नहीं जय भीम बोल, आर्मी जवान समेत कई ब्राह्मणों की चमड़ी भी उधेडी और ये भी कहा की मैं पुलिस में ब्राह्मणों और क्षत्रियों को ठीक करने के लिए ही भर्ती हुआ हूँ।
इस पुलिस दरोगा का नाम है रमेश कुमार, ये गाजीपुर के नूरपुर स्थित हालत थाने का दरोगा है, सेना के एक जवान ने अपनी माता का श्राद्ध आयोजित किया था, श्राद्ध में ब्रह्मभोज आयोजित किया गया था। दरोगा रमेश कुमार ने इसी के चलते सैनिक और उसके परिवार के कई लोगो को थाने में बंद कर दिया और थाने में सबको बुरी तरह मारा, इनकी चमडियाँ उधेड़ दी, दर्द से जब पीड़ितों ने राम राम बोला तो दलित दरोगा और भड़क गया और बोला की “सालों राम राम नहीं जय भीम बोलो, मैं तुम ब्राह्मणों, क्षत्रियों को ठीक करने के लिए ही पुलिस में भर्ती हुआ हूँ। पिटाई से पीड़ितों कि चमड़ी तक उधड़ गई। वहीं जातिवाद की धुन में पागल यह दरोगा सिर्फ इतने तक ही नहीं रुका बल्कि इसने झूठे आरोपों में चालान कर परिवार के 9 पीड़ितों को जेल भेज दिया। हमने जब पीड़ितों की तस्वीरें देखी तो हमारी भी रूह काँप गयी। भला कौन पुलिस वाला इतना क्रूरता बरत सकता है। वहीं मेडिकल कराने की बजाये पीड़ितों को जेल भेज दिया गया।किसी तरह पीड़ितों ने कोर्ट से जमानत हासिल करी। जमानत हासिल करने के बाद भी जब पीड़ितों ने FIR दर्ज कराने के लिए थाने का रुख किया तो माँ बहन की गालिया बकते हुए बेइज्जत करके व झूठे मुक़दमे में फ़साने की धमकी देते हुए उन्हें थाने से भगा दिया गया।पीड़ितों में सबसे अधिक गंभीर हालत सुशील पांडेय की हैं जो देश की सेवा में हर वक़्त तैनात रहते हैं। इसके अलावा इनके भाई संबधी भी सरकारी नौकरी में ही तैनात हैं जिन्हे भी बुरी तरह पीटा गया हैं।