सपा नेता विनय शंकर तिवारी को मिली जमानत, 754 करोड़ लोन घोटाले में थी गिरफ्तारी

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय शंकर तिवारी को बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने शुक्रवार को बैंक लोन घोटाले के मामले में उन्हें जमानत दे दी। कोर्ट ने इसी मामले में गिरफ्तार अजीत पांडे को भी जमानत दी है।
क्या है मामला?
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने 7 अप्रैल को गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड के नाम पर 754 करोड़ रुपये का बैंक लोन हड़पने के आरोप में विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडे को गिरफ्तार किया था।
ईडी की जांच में सामने आया कि फर्जी दस्तावेजों और धोखाधड़ी के जरिए यह भारी-भरकम लोन लिया गया और बाद में उसे चुकाया नहीं गया।
कोर्ट का फैसला
डबल बेंच ने दोनों आरोपियों की दलीलों और दस्तावेजों के अवलोकन के बाद जमानत मंजूर कर ली। कोर्ट ने शर्तों के साथ दोनों को राहत दी है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल थी, क्योंकि वे पूर्वांचल के प्रभावशाली नेताओं में माने जाते हैं। अब कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनके समर्थकों में राहत की लहर है।
ईडी की तरफ से इस मामले की जांच अब भी जारी है और अन्य आरोपियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है।