मेदांता लखनऊ में शुरू हुआ ‘डिविज़न ऑफ स्लीप मेडिसिन’, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया सहित सभी नींद विकारों का मिलेगा समग्र समाधान

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ ने नींद से जुड़ी समस्याओं के संपूर्ण इलाज के लिए ‘डिविज़न ऑफ स्लीप मेडिसिन’ की शुरुआत की है। यह भारत के अग्रणी निजी अस्पतालों में पहला ऐसा केंद्र है, जहाँ नींद विकारों के समग्र मूल्यांकन और इलाज की सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराई जा रही है।
इस डिविज़न में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (OSA) समेत तमाम नींद विकारों का निदान, विश्लेषण और उपचार विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया जाएगा। मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के अनुसार, “हमारी अत्याधुनिक स्लीप लैब में लेवल-1 पॉलीसोमनोग्राफी (नींद का विस्तृत परीक्षण) जैसी आधुनिक तकनीकें मौजूद हैं, जो मरीज की नींद की गुणवत्ता और विकारों का वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण करती हैं।”
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया के लक्षणों में तेज खर्राटे, नींद के दौरान बार-बार सांस रुकना, दिनभर थकान, एकाग्रता में कमी और सुबह सिरदर्द प्रमुख हैं। यदि समय रहते इलाज न हो, तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक, मोटापा और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।
डॉ. अभिषेक टंडन और डॉ. विपुल प्रकाश, दोनों स्लीप विशेषज्ञ एवं पल्मोनोलॉजिस्ट ने बताया कि इस विकार के इलाज के लिए सीपीएपी थैरेपी, वजन प्रबंधन, जीवनशैली में बदलाव, ओरल एप्लायंसेज और जरूरत पड़ने पर सर्जरी जैसे विकल्प उपलब्ध हैं।
डिविज़न में विभिन्न विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है:
डॉ. महिम सरन – हृदय संबंधी नींद विकार
डॉ. वैभव पाठक – मेटाबॉलिक स्लीप डिसऑर्डर्स
डॉ. शांतनु भारती – व्यवहारिक नींद विकार
डॉ. विभोर उपाध्याय – न्यूरोलॉजिकल स्लीप डिसऑर्डर्स
डॉ. मनोज मिश्रा एवं डॉ. कनिका अरोरा – सर्जिकल हस्तक्षेप से संबंधित विकार
डॉ. दिलीप दुबे, निदेशक, रेस्पिरेटरी एवं स्लीप मेडिसिन विभाग ने कहा, “यह डिविज़न हमारे ‘पेशेंट-सेंट्रिक केयर’ की मिसाल है, जहाँ हर मरीज को उसकी जरूरत के अनुसार व्यक्तिगत देखभाल और विशेषज्ञ सलाह मिलती है।”
स्लीप क्लिनिक हर शुक्रवार सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक ओपीडी में उपलब्ध रहेगी।
अगर आपको या आपके किसी परिचित को नींद से जुड़ी समस्याएं हैं, तो मेदांता लखनऊ की यह पहल एक बेहतर और भरोसेमंद समाधान हो सकती है।