उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के निजीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन

आज लखनऊ स्थित विद्युत वितरण मध्यांचल मुख्यालय में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) की सहयोगी कंपनियों, दक्षिणांचल और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, को PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत निजीकरण करने के प्रस्ताव के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के तत्वावधान में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन शाम 5:00 से 6:00 बजे तक आयोजित हुआ।
संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ने प्रदर्शन के दौरान निजीकरण के दुष्प्रभावों पर चर्चा की और सरकार से इस प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि निजीकरण से न केवल विद्युत कर्मियों के रोजगार पर संकट आएगा बल्कि आम जनता को भी बढ़ी हुई बिजली दरों और खराब सेवाओं का सामना करना पड़ेगा।
जी.बी. पटेल जी (पूर्व अध्यक्ष, जूनियर इंजीनियर संघ)
निजीकरण से कंपनी की संरचना को कमजोर किया जाएगा जिससे प्रदेश के उपभोक्ताओं की बिजली सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होगी। यह कदम आम जनता के हितों के खिलाफ है।
विभांसु कुमार सिंह (अध्यक्ष, विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ उत्तर प्रदेश)
हमारा संगठन इस प्रकार के निजीकरण का कड़ा विरोध करता है क्योंकि यह कर्मचारियों के भविष्य के साथ-साथ प्रदेश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए भी खतरा है। सरकार को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
इस प्रदर्शन में सैकड़ो से अधिक सदस्यों ने भाग लिया और निजीकरण के विरोध में एक स्वर में सरकार से इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की।
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ ने घोषणा की है कि यदि सरकार ने इस मांग को अनदेखा किया तो भविष्य में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।