डीएम सख्त नीचे अधिकारियों की लापरवाही से नहीं हो रहा है जनता का काम
सबसे ज्यादा लेखपाल की होती है शिकायत नहीं करते सही जांच, राजस्व के मामले में गोल-मोल रिपोर्ट लगाते हैं लेखपाल

बाराबंकी। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की सख्ती के बाद जन शिकायतों के निस्तारण में आई तेजी शिकायत कर्ता से अधिकारी ले रहे हैं फीडबैक मची हलचल।जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की सख्ती के बाद जनता दर्शन की शिकायतों के निस्तारण में तेजी आयी है। अधिकारी शिकायतों के निस्तारण में समयसीमा के साथ गुणवत्ता का भी ख्याल रख रहे है। शिकायत कर्ता से मोबाइल पर बातचीत करके अधिकारी फीडबैक भी ले रहे है। 03 फरवरी को जनता दर्शन की 4 शिकायतों में एक का निस्तारण हो चुका है। सम्बन्धी कब्जा न मिलने की शिकायत पर अधिकारियों द्वारा आवेदिका के अंश भाग पर खातेदारों के मध्य समझौते के आधार पर कब्जा दिलवा दिया है। शेष 3 अन्य अलग- अलग मामलों की शिकायतों में रिपोर्ट मांगी गई जिससे जल्द से जल्द निस्तारण कराया जा सके। 05 फरवरी को जनता दर्शन की 09 शिकायतों में सभी का निस्तारण सम्बंधित अधिकारियों द्वारा कर दिया गया है। जिसमें राशन कार्ड के यूनिट में नाम बढ़ाने, अवैध नाला निर्माण को रोकवाने, खेत में कब्जा न मिलने, जर्जर सड़क निर्माण व बंजर भूमि पर अवैध कब्जे आदि की शिकायतें थी जिनका निस्तारण कराया गया। दिनांक 06 फरवरी को जनता दर्शन की 5 शिकायतों में तीन का निस्तारण कर दिया है शेष के निस्तारण की कार्यवाही गतिमान है। जिसमे 2 शिकायतें राशन कार्ड से सम्बंधित थी एक भूमि सम्बंधी मामला था
गायब कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटने का आदेश
जिलाधिकारी बाराबंकी शशांक त्रिपाठी का निरीक्षण अभियान लगातार जारी है। सोमवार को जिलाधिकारी ने प्रातः 10:20 बजे कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न अनुभागों(कार्यालयों) की उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया जिसमें 44 कार्मिक अनुपस्थित मिले। जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सभी अनुपस्थित कार्मिकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है।
इन विभागों में कार्मिक रहे अनुपस्थित जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के निरीक्षण में संयुक्त कार्यालय से 23 कार्मिक, सदर नजारत कार्यालय से 08 कार्मिक, उप संचालक चकबंदी कार्यालय से 02 कार्मिक, सहायक चकबंदी कार्यालय से 01, एसएलओ कार्यालय से 03, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी कार्यालय से 06, व आबकारी कार्यालय से 01 कार्मिक अनुपस्थित रहे। इससे पूर्व भी जिलाधिकारी ने दो बार निरीक्षण किया था और सभी कार्मिकों को ससमय कार्यालय आने की चेतावनी दी थी उसके बाद भी कई कार्मिकों में सुधार न आने पर आज वेतन काटने की कार्यवाही की गई।