चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर सीएम योगी ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे
कन्या पूजन कर मुख्यमंत्री ने की मातृ शक्ति की आराधना कन्या पूजन अनुष्ठान में अपने हाथों से भोजन परोसा मुख्यमंत्री ने, दक्षिणा व उपहार देकर कन्याओं से लिया आशीर्वाद

वरिष्ठ संवाददाता: राजीव आनन्द
गोरखपुर।
मातृ शक्ति के प्रति अगाध श्रद्धा रखने के साथ उनकी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए मिशन शक्ति समेत अनेक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने वाले मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने चैत्र (वासंतिक) नवरात्र की नवमी तिथि पर रविवार को गोरक्षपीठ की परंपरा के अनुसार कन्या पूजन किया। नवमी तिथि के अनुष्ठान की कड़ी में गोरखनाथ मंदिर के अन्न क्षेत्र में आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में योगी ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, उनका विधि विधान से पूजन किया, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया और दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया।
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि के अनुष्ठान में सीएम योगी एवं गोरक्षपीठाधीश्वर ने सबसे पहले कुंवारी कन्याओं के पांव धोये। उनके माथे पर रोली, चंदन, अक्षत आदि का तिलक लगाया। दुर्वा से उनका अभिषेक किया, माला पहनाई। चुनरी ओढ़ाकर एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने अन्न क्षेत्र में सभी कुंवारी कन्याओं व बटुकों की श्रद्धाभाव से आरती भी उतारी। पूजन के बाद इन कन्याओं को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद योगी ने अपने हाथों से परोसा। कन्याओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पहुंचे बटुकों को भी श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार व दक्षिणा दिया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी कन्या या बटुक की थाली में भोजन प्रसाद की कोई कमी न रहे। इसे लेकर वह मंदिर की व्यवस्था से जुड़े लोगों को निर्देशित करते रहे। पूजन के दौरान काशी से पधारे जगद्गुरु स्वामी संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ सहित कई संत व मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोग उपस्थित रहे। कन्या पूजन से पूर्व प्रातःकाल के पूजन सत्र में मंदिर के शक्तिपीठ में मां सिद्धिदात्री की विधि-विधान से आराधना की।