30 मई को यहियागंज गुरुद्वारे में मनाया जाएगा गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व, श्रद्धालुओं के लिए होंगे विशेष आयोजन

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: आगामी 30 मई को लखनऊ स्थित गुरुद्वारा यहियागंज में सिक्खों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन डॉ. गुरमीत सिंह के संयोजन में संपन्न होगा।
दिन भर चलेगा भक्ति और सेवा का कार्यक्रम
- सुबह 5:00 बजे से सुखमनी साहिब के पाठ की शुरुआत होगी।
- सुबह 6:30 बजे, बीते 40 दिनों से चल रहे लड़ीवार सुखमनी साहिब पाठ की समाप्ति की जाएगी।
- पूरे दिन बाहर से आए रागी जत्थे संगतों को शबद कीर्तन से निहाल करेंगे।
इस अवसर पर लुधियाना से विशेष रूप से भाई पवनदीप सिंह जी भी पधारेंगे। साथ ही, प्रातः 5:00 बजे से छबील (कच्ची लस्सी) की सेवा शुरू होगी और गुरु का लंगर पूरे दिन संगतों को वितरित किया जाएगा।
गुरु अर्जन देव जी की शहादत पर प्रकाश
कार्यक्रम में हेड ग्रंथी ज्ञानी परमजीत सिंह जी ने गुरु अर्जन देव जी के बलिदान की गाथा को साझा करते हुए बताया कि मुगल शासक जहांगीर ने वर्ष 1606 में उन्हें यासा के नियमों के तहत शहीद करने का आदेश दिया था। यासा में शहीद के खून की एक भी बूंद ज़मीन पर नहीं गिरने दी जाती। गुरु अर्जन देव जी को गर्म तवे पर बैठाकर शहीद किया गया — यह सिख इतिहास में बलिदान और सहनशीलता का अद्वितीय उदाहरण है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि गुरुजी के बलिदान को याद कर समाज में सहनशीलता, सेवा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।