उत्तर प्रदेशताज़ा खबरेंभारत

उत्तर प्रदेश में नहीं बढ़ेगा आलू भण्डारण हेतू शीतगृह का किराया

  •  रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट 

राजधानी लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में नहीं बढ़ेगा आलू भण्डारण हेतू शीतगृह का किराया, भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक एवं कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन उ. प्र. के मध्य सहमति से हुआ समझौता हरिनाम सिंह वर्मा ( प्रदेश अध्यक्ष ) भाकियू अराजनैतिक मटर, टमाटर, गाजर में अविलंब बाजार हस्तक्षेप योजना लागू की जाय धर्मेन्द्र मलिक लखनऊ –  दिनांक 19 फरवरी 2025 को उद्यान निदेशालय लखनऊ में आलू के किराए में कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन द्वारा भाड़ा वृद्धि किए जाने को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उद्यान निदेशक वी बी द्विवेदी,संजीव संयुक्त निदेशक आलू, अरविन्द अग्रवाल अध्यक्ष कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन, भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक से धर्मेन्द्र मलिक राष्ट्रीय प्रवक्ता , हरिनाम सिंह वर्मा प्रदेश अध्यक्ष अंकित सिंह चौहान युवा किसान नेता,राजकुमार तोमर मंडल अध्यक्ष आगरा,रामस्वरूप वर्मा, पूर्वांचल प्रभारी अनार सिंह अन्नू मण्डल अध्यक्ष लखनऊ, बबलू दुबे, मण्डल अध्यक्ष प्रयागराज,रामबरन वर्मा जिलाध्यक्ष बाराबंकी, राजेश रावत जिलाध्यक्ष लखनऊ, पवन हूण जिलाध्यक्ष हापुड़, नवनीत प्रताप जिलाध्यक्ष मैनपुरी सहित कई लोग शामिल रहे।
बैठक में हरिनाम सिंह वर्मा जी ने कहा कि इस बार आलू के दाम गिर रहे है । ऐसी स्थिति में शीतगृह का भाड़ा बढ़ाना उचित नहीं है। शीतगृह एसोसिएशन उत्तर प्रदेश द्वारा महंगी बिजली, मजदुरी का हवाला देते हुए कहा कि वृद्धि उनकी मजबूरी है। किसानों के आग्रह एवं निदेशक उद्यान के हस्तक्षेप से भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक एवं कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के बीच भाड़े में वृद्धि न किए जाने का निर्णय लिया। इस निर्णय पर भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक ने कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन का आभार व्यक्त किया। धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मटर,टमाटर,गाजर के किसान खून के आंसू बहा रहे है तीनो फसलों के दाम एक रुपए से दो रुपए किलो मिल रहे है
उत्तर प्रदेश में तीनों फसलों पर बाजार हस्तक्षेप योजना को लागू किया जाना अनिवार्य है।
उद्यान निदेशक द्वारा भारत सरकार को पत्र लिखने का आश्वासन दिया गया।
बैठक में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने निम्न सुझाव दिए

निदेशक उद्यान विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ
विषय- उत्तर प्रदेश के किसानों की समस्याओं के समाधान हेतू
उत्तर प्रदेश में बागबानी एवं फल सब्जियों में महत्वपूर्ण योगदान है। उत्तर प्रदेश में आलू, मिर्च, प्याज, टमाटर,पपीता केला, अमरूद,आम पैदा होता हैं।देश में उत्तर प्रदेश का आलू में प्रथम स्थान है। देश की पैदावार का लगभग 45% उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। आम का लगभग 35% उत्पादन भी उत्तर प्रदेश में किया जाता है। प्रदेश का इतना योगदान होने के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकारी स्तर पर हाशिए का शिकार है ।
आज भी हर कभी टमाटर कभी आलू कभी गोभी किसान सड़क पर फेंकने को मजबूर होते है। भण्डारण,प्रबंधन न होने के कारण 20% सब्जियां खराब हो जाती है
आज भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक आपसे दिनांक 19 फरवरी 2025 को वार्ता के माध्यम से निम्न सुझाव देती है
1- उत्तर प्रदेश के आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष भी व्यावसायिक बिजली, मजदूरी में कोई वृद्धि नहीं हुई है लेकिन शीतगृह एसोसिएशन द्वारा आलू के भाड़े में वृद्धि दुर्भाग्यपूर्ण है। किसान के आलू के दाम प्रतिदिन गिर रहे है ऐसे में किसान भाड़ा वृद्धि का भार उठाने के सक्षम नहीं है। ऐसी स्थिति में भाड़े में की गई वृद्धि वापस ली जाय।
2- शीतगृह में सुख के नाम पर की जाने वाली कटौती को बंद किया जाए। अगर शीतगृह का संचालन सुचारू रूप से किया जाता है तो सुख नहीं आती है। किसानों को वजन के आधार पर आलू वापस किया जाय
3- प्रदेश में कोल्ड चैन योजना के अंतर्गत सरकारी सहायता प्राप्त शीतगृहों से किसानों को 50% की भाड़े में छूट दिलाई जाय।
4- प्रदेश में बागबानी को बढ़ावा देने उत्तम किस्म की पौध किसानों को कलस्टर के अनुसार निःशुल्क उपलब्ध कराई जाय।
5- एकीकृत बागबानी विकास मिशन के अंतर्गत आम को बीमारियों से बचाने हेतु किसानों के लिए प्रशिक्षण,मेले,जागरूकता हेतु कार्यशाला का वृहद स्तर पर आयोजन किया जाय।
विपणन और प्रबंधन हेतु कलस्टर आधारित खाद्य प्रसंस्करण प्लांट किसानों के खेत पर बनाए जाय। इस योजना से ऋण की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए या बैंक से सामंजस्य स्थापित कर ऋण दिलाया जाय।
6-मटर की खेती करने वाले जनपदों में फ्रोजन प्लांट स्थापित किए जाय।
7- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आम को प्रोत्साहन दिए जाने हेतु सभी जनपदों में पैक हाउस एवं निर्यात प्रोत्साहन दिया जाए
8- एकीकृत कोल्ड चैन एवं मूल्य संवर्धन अवसंरचना योजना के अंतर्गत आलू,टमाटर के क्षेत्रों में ब्लॉक स्तर पर यूनिट की स्थापना की जाय।
9- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फल सब्जियों में कटाई के बाद के नुकसान को कम करने हेतु दिल्ली बाजार तक सुरक्षित पहुंचाने हेतु कम से कम 1000 मोबाइल कूलिंग वैन चलाई जाय

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button