अवंतिबाई जिला महिला चिकित्सालय में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

- रिपोर्ट: राजीव आनन्द
लखनऊ: अवंतिबाई जिला महिला चिकित्सालय में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपर निदेशक परिवार कल्याण डॉ. शारदा चौधरी ने महिलाओं की भूमिका और उनकी महत्वपूर्ण स्थिति पर प्रकाश डाला।
डॉ. चौधरी ने कहा, “महिलाएं आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं और आज के समय में हर क्षेत्र में पुरुषों को चुनौती दे रही हैं। महिलाओं का शिक्षित, सशक्त और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ ही महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। महिला स्वस्थ होगी तो आने वाली पीढ़ियाँ भी स्वस्थ रहेंगी। अक्सर महिलाएं परिवार की प्राथमिकता देती हैं और अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा करती हैं, जिसके कारण वे एनीमिया और कुपोषण जैसी समस्याओं का शिकार हो जाती हैं। यदि गर्भवती महिला में खून की कमी है, तो वह समस्या होने वाले बच्चे में भी हो सकती है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को आयरन युक्त आहार और आयरन-फोलिक एसिड की गोलियाँ देने की सलाह दी जाती है। ये गोलियाँ निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं।”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.बी. सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इतिहास पर चर्चा करते हुए बताया कि हर साल इस दिवस की एक विशेष थीम होती है। इस साल की थीम है- “Accelerate Action” यानी कार्यवाही में तेजी। यह थीम महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के लिए त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता को दर्शाती है।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक परिवार कल्याण डॉ. नीना वर्मा ने सरकार द्वारा महिला स्वास्थ्य को लेकर चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी, जिनमें जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शामिल हैं।
कार्यक्रम के अंत में चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रेनू पंत ने अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंसूर सिद्दीकी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता सक्सेना, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, डीईआईसी मैनेजर डॉ. गौरव सक्सेना, यूनिसेफ प्रतिनिधि, चिकित्सालय के अन्य चिकित्सक और स्टाफ सहित बड़ी संख्या में मरीज और तीमारदार उपस्थित रहे।