अवैध पार्किंग माफिया का खेल: श्रद्धालुओं की आस्था को आहत, प्रशासन की निष्क्रियता पर उठे सवाल
*पार्किंग शुल्क के नाम पर आर्थिक शोषण

- रिपोर्ट: अमित कुमार
अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में इन दिनों अवैध पार्किंग माफिया सक्रिय हो चुका है, जो धार्मिक आयोजनों के दौरान श्रद्धालुओं से पार्किंग के नाम पर भारी वसूली कर रहा है। खासकर महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं को अयोध्या लौटने पर पार्किंग शुल्क के नाम पर आर्थिक शोषण का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी आस्था को भी ठेस पहुँच रही है।अवैध पार्किंग माफिया का यह नेटवर्क अब सिर्फ आर्थिक शोषण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें प्रभावशाली व्यक्तियों का गठजोड़ भी साफ नजर आ रहा है। वसूले जा रहे शुल्कों से लाखों रुपये की अवैध कमाई हो रही है, जबकि नगर निगम और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता इस पूरी गतिविधि को बढ़ावा दे रही है।
इस वसूली के कारण श्रद्धालुओं को आर्थिक नुकसान ही नहीं, उनकी सुरक्षा भी खतरे में है। वाहन चोरी और असामाजिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। प्रशासन की लापरवाही और नगर निगम के अधिकारियों की चुप्पी ने इस समस्या को गंभीर बना दिया है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन तब ही कार्रवाई करेगा, जब कोई बड़ी घटना घटित होगी? क्या नगर निगम और पुलिस प्रशासन इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने के लिए तैयार हैं? क्या उन्हें अब भी यह नहीं समझ में आ रहा कि अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है?
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनके विश्वास को बनाए रखने के लिए प्रशासन को शीघ्र कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि इस अवैध पार्किंग माफिया के कारोबार को समाप्त किया जा सके और अयोध्या की गरिमा को बचाया जा सके।