संभल हिंसा मामले में न्यायिक आयोग के सामने पेश हुए सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, बोले – कोर्ट पर है भरोसा, पुलिस पर नहीं

- रिपोर्ट: राजीव आनन्द
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क आज न्यायिक आयोग के कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे संभल में 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा के मामले में पूछताछ की गई। न्यायिक आयोग ने उन्हें आज बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया था।
आयोग के सदस्य और पूर्व डीजीपी ए.के. जैन ने बताया कि इस मामले में बर्क से आज उनका पक्ष जानने के लिए बुलाया गया था।
सांसद बर्क का बयान
बयान दर्ज कराने से पहले सपा सांसद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पुलिस जांच में सहयोग की बात थी, इसलिए मैं गया था। पूरे तीन घंटे पूछताछ हुई थी और मैंने हर सवाल का जवाब दिया। आज न्यायिक आयोग ने बुलाया है, यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उनके सामने हाज़िर रहूं। जो भी सवाल होंगे, मैं जवाब दूंगा।”
बर्क ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए कहा, “धारा 161 के तहत जो बयान लिए जाते हैं, उनमें न तो हस्ताक्षर होते हैं और न ही उनका न्यायालय में कोई विशेष महत्व होता है। ऐसी कोई बात हुई ही नहीं, तो गलत बयान देने का सवाल ही नहीं उठता। जब अदालत में बयान होंगे, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा,“हम पुलिस के कहे पर भरोसा नहीं कर सकते। अगर पुलिस के कहने से सच्चाई सामने आ जाती, तो फिर अदालत की जरूरत ही क्या थी? सच्चाई को अदालत में साबित करना होता है।”
कोर्ट पर भरोसा, पुलिस पर नहीं
सांसद बर्क ने साफ कहा कि उन्हें पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं, लेकिन कोर्ट पर पूरा विश्वास है।
“पुलिस रिपोर्ट में जो मेरे खिलाफ लिखा गया है, वह गलत है। इंसाफ दिलाने के लिए मैं कोर्ट का सहारा लूंगा। मैं कभी हिंसा में विश्वास नहीं करता। देश में कानून व्यवस्था का राज होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि चाहे वक्फ का मामला हो या संभल की घटना, हर बार उन्होंने न्यायालय की शरण ली है। इस मसले में भी वे सुप्रीम कोर्ट गए हैं, जहां आज सुनवाई है। उन्होंने खुद एक पिटीशन दायर की है और उनकी तरफ से वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद केस लड़ रहे हैं।