इकाना स्टेडियम पर करोड़ों का टैक्स बकाया, नगर निगम की चुप्पी पर उठे सवाल

- वरिष्ठ संवाददाता – राजीव आनंद
लखनऊ।
लखनऊ के प्रतिष्ठित इकाना स्टेडियम पर नगर निगम का लगभग 28 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है। यह भारी भरकम राशि सिर्फ एक या दो साल की नहीं, बल्कि लंबे समय से जमा होती आ रही है। इसके बावजूद नगर निगम द्वारा इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
छोटे बकायेदारों पर सख्ती, बड़े बकायेदारों पर नरमी?
जहां एक ओर आम जनता पर मामूली टैक्स बकाया होने पर नगर निगम लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट करवाता है और डुगडुगी बजवाकर वसूली करता है, वहीं करोड़ों की देनदारी वाले बड़े बकायेदारों पर सिर्फ कागजी कार्यवाही तक सीमित रह जाता है।
इकाना स्टेडियम को क्यों नहीं किया गया सील?
इकाना स्टेडियम में लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे बड़ी व्यावसायिक आय होती है, फिर भी टैक्स बकाया क्यों? सवाल यह भी उठता है कि इतनी बड़ी राशि बकाया होने के बावजूद नगर निगम ने स्टेडियम को सील क्यों नहीं किया?
आईपीएल 2025 से पहले टैक्स वसूली जरूरी
इस वर्ष आईपीएल 2025 के तहत इकाना स्टेडियम में सात मैच खेले जाने हैं। नगर निगम को पहले बकाया राशि की वसूली करनी चाहिए और फिर इन मैचों की अनुमति देनी चाहिए। प्रशासन पर यह सवाल उठ रहा है कि आम जनता से तुरंत वसूली की जाती है, लेकिन बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती?
क्या नगर निगम की नीतियां सिर्फ आम जनता के लिए?
आम जनता पर बकाया होने पर कड़ी सख्ती बरती जाती है, गली-गली लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट करवाई जाती है, नोटिस भेजे जाते हैं, यहां तक कि कार्रवाई भी की जाती है। लेकिन जब बड़े बकायेदारों की बात आती है, तो नगर निगम की कार्रवाई सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाती है।
आखिर कब तक जारी रहेगा यह दोहरा रवैया? नगर निगम प्रशासन को इस गंभीर मामले पर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है।