धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने लखनऊ में शुगरकेन सस्टेनेबिलिटी पर आयोजित की विशेष सेमिनार

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
लखनऊ: स्थायी कृषिरसायन समाधानों में अग्रणी कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने लखनऊ के गोमती नगर स्थित नोवोटेल में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार का विषय था ‘‘गन्ना विकास सर्वोत्तम पैदावार”। इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों, शुगर मिल मालिकों, गन्ना विशेषज्ञों, किसान विकास केन्द्र आईआईएसआर के वैज्ञानिकों, ज़िला गन्ना अधिकारियों और अन्य नीतिनिर्माताओं ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में गन्ने की उपज और गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आधुनिक समाधानों पर चर्चा करना था। सेमिनार में राज्य के गन्ना उद्योग की चुनौतियों और उन्हें हल करने के लिए उपलब्ध समाधानों पर विचार-विमर्श किया गया।
मान्यवर अतिथि
इस विशेष सेमिनार में मान्यवर अतिथियों में डॉ. बख्शी राम (पद्मश्री, पूर्व निदेशक, गन्ना प्रजनन संस्थान), माधवेंद्र प्रताप सिंह, एमएलए, स्वयाज़पुर (हरदोई), उत्तर प्रदेश, डॉ. कुमार विनीथ, आईएएस, एमडी, यूपी कॉऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज़ फेडरेशन लिमिटेड तथा रोशन लाल तमक, ईडी एवं सीईओ – चीनी व्यापार, डीसीएम शृराम लिमिटेड शामिल थे।
मुख्य मुद्दे और समाधान
सेमिनार के दौरान उत्तर प्रदेश में गन्ने की प्रति हेक्टेयर उपज बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। वर्तमान में यूपी की औसत गन्ना उपज 84 टन प्रति हेक्टेयर है, जबकि तमिलनाडु में यह 105 टन है। इसके प्रमुख कारणों में आधुनिक तकनीकों की सीमित उपलब्धता, उचित इनपुट्स का प्रयोग न होना, और मार्केट का अनुपयुक्त एक्सेस शामिल थे।
इससे पहले आयोजित सीआईआई शुगरटेक मीटिंग में यह बात सामने आई थी कि उत्तर प्रदेश में प्रगतिशील किसानों ने 284 टन तक की उत्पादकता हासिल की है। हालांकि, राज्य में और भी अधिक क्षमता है, जिसका सदुपयोग किया जा सकता है।
आधुनिक कृषि प्रथाओं की आवश्यकता
सेमिनार के दौरान डॉ. आर जी अग्रवाल, चेयरमैन एमेरिटस ने उत्पादकता और मुनाफे को बढ़ाने के लिए आधुनिक कृषि प्रथाओं और वैज्ञानिक प्रगति की आवश्यकता पर जोर दिया।
धानुका एग्रीटेक का योगदान
धानुका एग्रीटेक लिमिटेड आधुनिक समाधानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो देशभर में गन्ना किसानों की उत्पादकता और मुनाफे को बढ़ाने में सहायक साबित हों।