दिल्ली विधानसभा चुनाव: ग्रेटर कैलाश सीट पर सौरभ भारद्वाज को कड़ी टक्कर

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। 5 फरवरी को मतदान होगा और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी सत्ता बरकरार रखने का दावा कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) लंबे समय बाद जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस भी इस बार मुकाबले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को तैयार है।
ग्रेटर कैलाश सीट पर मुकाबला:
ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र में सत्तारूढ़ AAP के मंत्री सौरभ भारद्वाज चौथी बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। सौरभ भारद्वाज को BJP की शिखा रॉय और कांग्रेस के सुखबीर सिंह पवार से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है।
पिछले चुनावों के नतीजे:
2020 के विधानसभा चुनाव में सौरभ भारद्वाज ने 60,372 वोटों के साथ बड़ी जीत दर्ज की थी। BJP की शिखा रॉय को 43,563 और कांग्रेस के सुखबीर सिंह पवार को 3,339 वोट मिले थे। इससे पहले, 2015 के चुनाव में भी सौरभ भारद्वाज ने 57,589 वोटों से जीत दर्ज की थी।
सौरभ भारद्वाज का राजनीतिक सफर:
सौरभ भारद्वाज ने 2011 में जन लोकपाल आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। वह AAP के शुरुआती सदस्यों में से हैं और 2013 में पहली बार ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक बने। भारद्वाज अपनी सशक्त छवि और केजरीवाल के करीबी नेताओं में गिने जाते हैं।
शिखा रॉय का परिचय:
शिखा रॉय BJP की एक मजबूत नेता हैं। वह ग्रेटर कैलाश के वार्ड 173 से दूसरी बार पार्षद हैं और 2023 में महापौर पद की उम्मीदवार रह चुकी हैं। शिखा रॉय 2013 में कस्तूरबा नगर और 2020 में ग्रेटर कैलाश से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं।
कांग्रेस की चुनौती:
कांग्रेस के सुखबीर सिंह पवार भी इस बार ग्रेटर कैलाश सीट से मैदान में हैं। हालांकि, कांग्रेस को पिछले चुनावों में यहां कमजोर प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था, लेकिन पार्टी इस बार बेहतर रणनीति के साथ चुनाव लड़ रही है।
ग्रेटर कैलाश सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है। देखना होगा कि क्या सौरभ भारद्वाज अपनी जीत की हैट्रिक दोहराने में सफल होंगे या BJP और कांग्रेस इस सीट पर नई कहानी लिखेंगे।