कांस्टेबल अजीत का ‘वसूली खेल’ उजागर, अफसरों की नाक के नीचे चलता रहा पूरा सिस्टम

- रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
मेरठ: उत्तर प्रदेश पुलिस में भ्रष्टाचार का एक और बड़ा मामला सामने आया है। एक कांस्टेबल ने अफसरों की नाक के नीचे दो साल तक वसूली का खेल बेरोकटोक जारी रखा।
कांस्टेबल अजीत, जिसे जनवरी में लाइन हाजिर कर दिया गया था, वह फिर भी SP सिटी के ऑफिस में तैनात रहा। इस दौरान उसने स्पा और मसाज सेंटरों से वसूली कर अय्याशी का खेल चलाया।
SSP के तबादला आदेश को किया नजरअंदाज़
सूत्रों के अनुसार, अजीत ने एसएसपी के तबादला आदेश को दो साल तक ठेंगा दिखाया और अपनी मनपसंद तैनाती पर बना रहा। यह सबकुछ आला अधिकारियों की जानकारी या अनदेखी में होता रहा।
बैंक खाते और UPI से मिला वसूली का सुराग
जब SSP को एक गुमनाम शिकायत पत्र मिला, तो उन्होंने मामले की जांच शुरू कराई। जांच में कांस्टेबल अजीत के बैंक और UPI खातों में 10 लाख रुपये से ज्यादा की संदिग्ध रकम का लेनदेन मिला, जो कथित तौर पर वसूली के जरिए जमा की गई थी।
अफसरों की चुप्पी पर भी सवाल
पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि कांस्टेबल की करतूतों पर किसी अफसर ने कार्रवाई नहीं की, जबकि वह लगातार SSP के आदेश की अवहेलना करता रहा।
अब मामला सामने आने के बाद जांच तेज कर दी गई है, और अजीत के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की तैयारी हो रही है।