ग्राम प्रधान फतेहसराय सचिन वर्मा की दबंगई

- रिपोर्ट: शुभम कश्यप
बाराबंकी: राजधानी लखनऊ से सटे जिला बाराबंकी के ग्राम प्रधान सचिन वर्मा का मनोबल इस तरीके से योगी सरकार में भी बढ़ा हुआ है। आपको बता दें की सचिन वर्मा फतेहसराय गांव के ग्राम प्रधान हैं। ग्राम प्रधान का काम होता है कि वह सरकार की योजनाओं को गांव के विकास में उसका धन लगाकर गांव को साफ सुथरा स्वच्छ बनाने का काम करें और सरकारी परती भूमि सरकारी पेड़ों की सुरक्षा करें। लेकिन यहां तो सब कुछ उल्टा ही हो रहा है सचिन वर्मा ग्राम प्रधान बनने के बाद गांव का विकास ना करके सिर्फ अपने विकास और अपने घर वालों के विकास पर पूरा ध्यान लगा रखा है आपको बता दूं कि नवीन परती भूमि गाटा संख्या 373 पर अपने चाचा सुरेंद्र देवेन्द्र का अवैध मकान बनवाने का काम कर रहे हैं और नवीन परती भूमि गाटा संख्या 387 पर लगे यूकेलिप्टस जामुन गुलर आम के लगभग 4 लाख रुपए के पेड़ो को चोरी से कटवा कर बेच दिए। खलिहान गाटा संख्या 392 पर ग्राम प्रधान सचिन वर्मा ने अपना मकान बनवा रखा है वहीं आपको बता दें कि खलिहान गाटा संख्या 360 पर सचिन वर्मा पेड़ लगा कर धीमे धीमे कब्जा कर रहा है।
ऐसे ग्राम प्रधानों को ना तो सरकार का डर है न तो प्रशासनिक अधिकारियों का डर है और न ही मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का डर है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साफ कहना है कि सरकारी भूमि पर कोई भी व्यक्त कब्जा न करें। लेकिन ऐसे दबंग ग्राम प्रधान को न तो कोई डर है न भय है।उनको तो सिर्फ साम दाम दंड भेद अपना कैसे फायदा हो इससे इनका मतलब होता है और उसके बाद अगर कोई शिकायत करता है तो किस तरीके से दबंग ग्राम प्रधान गांव के दो रास्तों पर अपनी ट्राली के द्वारा आने जाने वाले मार्ग को बंद कर देता है और दूसरे रास्ते पर अपनी कार और ट्रैक्टर से रास्ते को बंद कर देता है जिससे कि पीड़ित किसानों को उधर से ना तो अपनी टेलहिया ले जा सकता है न ही कोई बड़ा वाहन ले जा सकता है। अगर कोई उससे गाड़ी हटाने की बात करता है तो वह उससे मारपीट करने की बात करता है गाली-गलौज करता है।
ऐसे ग्राम प्रधान सचिन वर्मा से गांव वाले काफी भयभीत रहते हैं और गांव वालों को हमेशा डर बना हुआ रहता की कब मारपीट कर ले।