संसद के बजट सत्र की शुरुआत, राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण और सोनिया गांधी का विवादित बयान

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान किया और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ संशोधन जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों का जिक्र किया। उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर भी जोर दिया और सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की बात की।
राष्ट्रपति के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पार्टी की नेता सोनिया गांधी ने मीडिया से बातचीत के दौरान एक विवादित टिप्पणी की। सोनिया गांधी ने कहा, “अंत तक राष्ट्रपति बहुत थकी हुई थीं और मुश्किल से बोल पा रही थीं।” इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति को “Poor Lady” (बेचारी महिला) कह दिया, जो कि राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। सोनिया गांधी का यह बयान विपक्षी दलों के निशाने पर आ गया।
बीजेपी का तीखा हमला: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोनिया गांधी के इस बयान को राष्ट्रपति के प्रति अपमानजनक बताया और गांधी परिवार पर हमला बोला। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस की सामंती मानसिकता यह स्वीकार नहीं कर पा रही है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बन सकती है।
राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण की प्रमुख बातें: राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने भाषण में केंद्र सरकार की योजनाओं और प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि देश का लक्ष्य ‘विकसित भारत’ बनना है और इस दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। राष्ट्रपति ने बताया कि बुनियादी ढांचे के बजट में पांच गुना वृद्धि की गई है और भारत की डिजिटल तकनीक, जैसे UPI और डिजी लॉकर, ने वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई है।
राष्ट्रपति ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और युवा शक्ति का भी उल्लेख किया, जिसमें भारत ने दुनिया को नए रास्ते दिखाए हैं। उन्होंने कहा, “हमारा एक ही लक्ष्य है, विकसित भारत बनना और इस दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।”