ईद-उल-जुहा (बकरीद) पर पुलिस प्रबंध — मेरठ परिक्षेत्र में व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम

रिपोर्ट: अनुराग सिंह बिष्ट
मेरठ, 1 जून 2025 — आगामी ईद-उल-जुहा (बकरीद) पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने हेतु मेरठ परिक्षेत्र के चारों जनपद—मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत एवं हापुड़—में पुलिस प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
चारों जनपदों में कुल 487 ईदगाह व 981 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी। इनमें से मेरठ में 164 ईदगाह व 515 मस्जिद, बुलन्दशहर में 171 ईदगाह व 213 मस्जिद, बागपत में 68 ईदगाह व 205 मस्जिद, तथा हापुड़ में 84 ईदगाह व 48 मस्जिद शामिल हैं।
पुलिस बल की तैनाती
त्यौहार के मद्देनज़र 8 अपर पुलिस अधीक्षक, 25 क्षेत्राधिकारी, 95 निरीक्षक, 820 उप निरीक्षक, 1250 मुख्य आरक्षी, 1635 आरक्षी, 1005 होमगार्ड/पीआरडी, तथा 2 पीएसी कंपनियाँ तैनात की गई हैं।
संवेदनशील स्थानों की पहचान व निगरानी
कुल 84 संवेदनशील / हॉटस्पॉट स्थल चिन्हित किए गए हैं, जिनमें मेरठ में 21, बुलन्दशहर में 43, बागपत में 5 और हापुड़ में 15 स्थान शामिल हैं। इनकी सुरक्षा हेतु 27 ज़ोन, 100 सेक्टर, और 49 क्यूआरटी गठित की गई हैं।
डीआईजी मेरठ के निर्देश
डीआईजी मेरठ श्री कलानिधि नैथानी द्वारा त्योहार के दृष्टिगत निम्नलिखित निर्देश दिए गए हैं:
सभी ईदगाह व संवेदनशील क्षेत्रों का भौतिक निरीक्षण।
चौकी स्तर तक पीस कमेटी की बैठक।
बकरा मंडी व पशु बाजार में भीड़भाड़ के दौरान लूट/छिनैती रोकने के लिए विशेष प्रबंध।
प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर रोक और खुले स्थानों में कुर्बानी न हो, इसकी निगरानी।
सभी पुलिस बल को हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर से लैस किया जाए।
संवेदनशील इलाकों में स्टैटिक मजिस्ट्रेट, पुलिस पिकेट और UP112 वाहनों की रूट मैपिंग।
सभी भीड़भाड़ वाले स्थानों की CCTV और ड्रोन कैमरों से निगरानी।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी और अफवाह फैलाने वालों पर तत्काल कार्रवाई।
सभी धार्मिक स्थलों की सुबह नियमित चेकिंग हेतु पोस्टर पार्टी का गठन।
सभी पुराने विवादों की समीक्षा और प्रभावी पुलिस प्रबंधन।
समन्वय बैठकें और तैयारियां
जनपदों में 128 शांति समितियों, 99 विभागीय समन्वय, और 9 आयोजकों से बैठकें की जा चुकी हैं। त्योहार से पहले सभी थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज अपने क्षेत्रों में स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक तैयारियों में जुटे हुए हैं।
प्रशासन का उद्देश्य त्योहार को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ संपन्न कराना है, और इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हर स्तर पर सुदृढ़ किया गया है।