बाजारखाला पुलिस की लापरवाही: मुख्यमंत्री के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां, घायल महिला को नहीं मिला इंसाफ

- रिपोर्ट: राजीव आनन्द
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के बाजारखाला थाना क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर दिए गए सख्त निर्देशों को बाजारखाला पुलिस मानने को तैयार नहीं दिख रही। महिला सुरक्षा के तमाम दावों की हकीकत तब सामने आई जब एक पीड़ित महिला दो दिनों से एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काट रही है, लेकिन अब तक उसे सिर्फ टालमटोल और बहाने ही मिले हैं।
घटना 9 अप्रैल की रात की है, जब रजिया नाम की महिला और उसकी बेटी पर चार युवकों ने लोहे की रॉड से हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल रजिया जब थाने पहुंची, तो उम्मीद थी कि उसे न्याय मिलेगा, लेकिन बाजारखाला थाने में तो हालात कुछ और ही निकले।
कभी कंप्यूटर खराब होने की बात कही गई, तो कभी कहा गया कि “सुबह आना, कॉपी तभी मिलेगी।” पीड़िता बार-बार थाने गई, गुहार लगाई, लेकिन न एफआईआर दर्ज हुई, न ही रिपोर्ट की कॉपी मिली। आखिरकार उसे हर बार खाली हाथ लौटना पड़ा।
लहूलुहान हालत में पहुंची महिला को देख पुलिस का दिल नहीं पसीजा, जिससे यह साफ हो गया कि बाजारखाला पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर कितनी संवेदनहीन हो चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब कोई बड़ी वारदात होगी, तब शायद पुलिस की नींद खुलेगी।
अब सवाल ये है कि महिला सुरक्षा के दावे क्या सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गए हैं? और कब जागेगी ऐसी लापरवाह पुलिस की आत्मा?