भ्रष्ट IAS अभिषेक प्रकाश का एक और बड़ा कांड: डेढ़ हजार करोड़ की सरकारी जमीन में किया खेल

- रिपोर्ट: राजीव आनन्द
मेरठ: भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश का एक और बड़ा कांड सामने आया है। खबरों के अनुसार, उन्होंने डेढ़ हजार करोड़ रुपये की सरकारी जमीन में घोटाला किया है। यह मामला मोदी रबर की जमीन के लीज रद्द करने में हुए घोटाले से जुड़ा हुआ है।
मंडलायुक्त की रिपोर्ट के बाद, जिला अधिकारी (DM) ने इस मामले में सिफारिश की थी, लेकिन अभिषेक प्रकाश ने फाइल दबाकर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसके बाद उद्यमी को 15 दिन के अंदर जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन 15 दिन के बजाय अब 3 साल बीत चुके हैं और फाइल पर आईएएस अधिकारी बैठा हुआ है।
इस घोटाले में दलाल निकांत जैन की भूमिका भी सामने आई है, जिसने मेरठ में भ्रष्टाचार की जड़ें फैलाने का काम किया। साथ ही, यह भी स्पष्ट हुआ कि “नियमानुसार उद्यमी को नोटिस देने का कोई प्रावधान नहीं था,” फिर भी अभिषेक ने इसे जारी किया।
मोदी रबर कंपनी ने अपनी ग्रांट लीज की भूमि को कांटीनेंटल टायर को बेचा, जो जर्मनी की कंपनी है, और इस तरीके से अरबों की सरकारी जमीन को बेचा गया। यह घोटाला तब सामने आया जब अभिषेक प्रकाश औद्योगिक विकास सचिव के रूप में कार्यरत थे।
यह कांड एक बार फिर यह साबित करता है कि उच्च पदों पर बैठे कुछ अधिकारी किस हद तक भ्रष्टाचार और नियमों की अनदेखी कर सकते हैं।