बीएसपी सुप्रीमों मायावती दिल्ली विधानसभा के असंभावित नतीजें से चिन्तित बुलाई बैठक

- रिपोर्ट: राजीव आनन्द
नई दिल्ली: बीएसपी प्रमुख मायावती द्वारा दिल्ली विधानसभा आमचुनाव के असंभावित नतीजे तथा बीएसपी व बहुजन मूवमेनट के हित के खास मुद्दों को लेकर आज दिल्ली व अन्य पड़ोसी राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारियों व जिम्मेदार लोगों की बैठक में आगे के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।
दिल्ली विधानसभा आमचुनाव भी, हरियाणा की तरह, दो पार्टियों के बीच राजनीतिक द्वेष, छल व चुनावी छलावा आदि वाला होने के कारण यहाँ के बहुजनों की स्थिति बदतर रहकर सही से सुधरने वाली नहीं अर्थात् लोगों के उनके अपने थोड़े “अच्छे दिन” के लिए आगे भी तरसते रहना पड़ेगा।
दिल्ली चुनाव में भाजपा व आप पार्टी की सरकारी छत्रछाया ज्यादातर हावी रहने के कारण बीएसपी को अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सका, किन्तु पार्टी के लोगों को इससे निराश ना होकर अपना अम्बेडकरवादी संघर्ष जारी रखना है।
इसी दौरान अमेरिका से यह ख़बर चौंकाने वाली है कि भारत में “वोटरों की संख्या को बढ़ाने” करने के नाम पर 21 मिलियन डालर की भारी भरकम धन दिया जाता है। लोगों को इससे जरूर चौकन्ना हो जाना चाहिए कि कहीं यह चुनाव में हस्तक्षेप तो नहीं और अगर है तो इससे किसको लाभ होता रहा है।
देश में मजबूरी का पलायन (distress migration) अर्थात रोटी रोजी के लिए गाँव से शहर, एक राज्य से दूसरे राज्य अथवा विदेश जाने की लाचारी हो, इससे यह साबित है कि देश में सब कुछ पूरी तरह से सही और सामान्य नहीं होकर खासकर अर्थव्यवस्था तथा जनहित व जनकल्याण की सरकारी नीति व कार्यकलाप के स्तर पर बहुत कुछ बहुजन हितैषी नहीं चल रहा है।
साथ ही, दिनांक 15 मार्च को बहुजन समाज पार्टी के जन्मदाता एवं संस्थापक बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम जी की जयंती को यूपी व आल इण्डिया स्तर पर पूरे मिशनरी भाव से मनाने का मायावती जी का निर्देश।