शिवसेना पदाधिकारी के लापता होने का मामला: तलाश के लिए 8 पुलिस टीमें गठित, 4 हिरासत में

पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में शिवसेना (शिंदे गुट) के स्थानीय पदाधिकारी अशोक धोड़ी के लापता होने के मामले में पुलिस ने आठ टीमें गठित की हैं और चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। यह जानकारी बुधवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
धोड़ी, जो दहानू विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना समन्वयक हैं, 20 जनवरी को लापता हो गए थे। पुलिस उनकी तलाश में लगातार जुटी हुई है, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
जिला पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनमें से तीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हमें उम्मीद है कि हम आज शाम तक इस मामले को सुलझा लेंगे।”
उन्होंने बताया कि स्थानीय अपराध शाखा सहित आठ पुलिस टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं। पुलिस गुप्त सूचनाओं, तकनीकी डेटा और हिरासत में लिए गए संदिग्धों से प्राप्त जानकारी के आधार पर काम कर रही है। हालांकि, जांच में जटिलता तब बढ़ गई जब एक संदिग्ध पुलिस हिरासत से फरार हो गया, जिससे मामला और पेचीदा हो गया।
परिवारिक संपत्ति विवाद से जुड़ा हो सकता है मामला
प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि धोड़ी के लापता होने के पीछे उनके परिवार में संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद हो सकता है।
धोड़ी को 20 जनवरी को घोलवड से दहानू (करीब 15 किमी दूर) की यात्रा करते हुए आखिरी बार देखा गया था। वह दहानू में शाम 4 बजे पहुंचे थे और शाम 6 बजे घोलवड में फिर से देखे गए थे।
पुलिस ने मोबाइल ट्रैकिंग और अन्य तकनीकी निगरानी तरीकों का उपयोग कर सुराग खोजने का प्रयास कर रही है।
धोड़ी की पत्नी की शिकायत के आधार पर कुछ संदिग्धों के खिलाफ घोलवड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 140 (3) (1) (हत्या या फिरौती के इरादे से अपहरण), 142 (ग़लत तरीके से बंधक बनाना), 351(2) (आपराधिक धमकी) और 3(5) (साझा आपराधिक मंशा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।